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पूर्ण गुरु ही आंतरिक जागृति का माध्यम है  : साध्वी सोनिया भारती

पूर्ण गुरु ही आंतरिक जागृति का माध्यम है : साध्वी सोनिया भारती


*पूर्ण गुरु ही आंतरिक जागृति का माध्यम है  : साध्वी सोनिया भारती* 


सर्व श्री आशुतोष जी महाराज द्वारा संस्थापित एवम् संचालित दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान  की ओर से एक दिवसीय सतसंग प्रवचन एवम् भजन संकीर्तन का भव्य आयोजन पंचमहला, पटना - लखीसराय रोड , पटना में संपन्न हुआ। महाराज जी के शिष्या साध्वी सोनिया भारती जी ने सदगुरु महिमा का गुणगान किया। गुरु आंतरिक जागृति का माध्यम  है।  इसी आंतरिक जागृति को संस्थान जन जन तक पहुंचाने के लिए आध्यात्मिक आयोजनों के माध्यम से निरन्तर प्रयासरत हैं । महाराज जी कहते हैं कि मैं समाज को जगाने आया हूं, क्योंकि जो जाग जाता है वह अपना ख्याल स्वयं रख सकता है संस्थान की एक ही गूंज है उठो जागो और डटकर साधना करो। ऐसी साधना करो कि तुम्हारा लक्ष्य परमात्मा खुद तुम्हारे सामने आ जाए और आकर तुम्हारा वरण करें। यदि मनुष्य में शांति और समाज में क्रांति का सूत्रपात कोई कर सकता है तो वह समय के पूर्ण गुरु का ब्रह्म ज्ञान की दीक्षा ही है । मनुष्य जन्म पा लेना कोई बड़ी बात नहीं, अपितु मनुष्य के गुण को जीवन में धारण कर लेना ही सच्ची उपलब्धि है। इतिहास गवाह है कि श्रेष्ठ मानवों का गठन सतगुरु के हस्त तले ही हुआ है। स्वामी विरजानंद जी का आश्रम दयानंद सरस्वती का निर्माण स्थली थी ,चाणक्य की कुटिया चंद्रगुप्त मौर्य का प्रशिक्षण केंद्र थी, नरेंद्र  में छिपे विवेकानंद को परमहंस के सधे हाथों ने ही तरसा था । गुरु एक अधोगामी मन को उर्ध्वगामी  बनाते हैं । आज समाज को ऐसी महान विभूति 'गुरुसत्ता' की आवश्यकता है । 

सर्व श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य अरुण जी ने आगे बताया कि संस्था निःशुल्क रुप से ब्रह्मज्ञान की दीक्षा द्वारा ईश्वर दर्शन का ज्ञान प्रदान कर रही है। साध्वी महामाया भारती और पप्पू जी के सुमधुर भजनों का आनंद भी भक्तों ने खुब उठाया।

 

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